भैया दूज क्यों मनाया जाता है

 भैया दूज एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भाई-बहन के प्यार और स्नेह का प्रतीक है। यह त्योहार दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है।

*भैया दूज का महत्व:*


भैया दूज के दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। बदले में, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा का वचन देते हैं।

*पौराणिक कथा:*


भैया दूज की कथा भगवान विष्णु और उनकी बहन यमुना से जुड़ी है। यमुना ने अपने भाई यमराज को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र की कामना की थी, जिससे प्रसन्न होकर यमराज ने उन्हें वरदान दिया कि जो बहन इस दिन अपने भाई को तिलक लगाएगी, उसके भाई की उम्र लंबी होगी और वह सुखी रहेगा।

*भैया दूज का महत्व:*


1. *भाई-बहन का प्यार*: भैया दूज भाई-बहन के प्यार और स्नेह का प्रतीक है।

2. *पारिवारिक बंधन*: यह त्योहार पारिवारिक बंधनों को मजबूत बनाने का अवसर प्रदान करता है।

3. *सांस्कृतिक महत्व*: भैया दूज हिंदू संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो भाई-बहन के रिश्ते को विशेष महत्व देता है।

भैया दूज के अवसर पर, बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, और भाई अपनी बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का वचन देते हैं।

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